आजमगढ़। कोरोना काल में दूसरे प्रांतों से अपने घर पहुंचे लोगों को गांव में ही काम देने के निर्णय के साथ सरकार ने गरीब कल्याण रोजगार योजना की शुरूआत की। इस योजना के तहत इन प्रवासी श्रमिकों केे 125 दिन का रोजगार देना है। सोमवार को सीडीओ आनंद कुमार शुक्ला ने संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ इसकी समीक्षा की।
सीडीओ ने कहा कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य है कि बाहर से आए प्रवासी श्रमिकों को उनके गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराया जाए। ताकि उनके सामने परिवार के भरण पोषण की समस्या न खड़ी होने पाए। इसके लिए इन प्रवासियों को मनरेगा, पंचायत भवन निर्माण, वर्मी कंपोस्ट आदि के कार्यों में लगाकर इन्हें 125 दिन का रोजगार उपलब्ध कराना है। इसकी हर हफ्ते समीक्षा की जानी है। सीडीओ ने गरीब कल्याण रोजगार योजना में शामिल आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण के संबंध में निर्देश दिया कि हर हाल में 30 जुलाई तक आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण पूरा हो जाना चाहिए। प्रतिदिन का लक्ष्य निर्धारित कर अधिकारी कार्य करें। एपीओ लोगों को चेतावनी दी कि अगर उनके द्वारा कार्यों में लापरवाही बरती गई तो कार्रवाई तय है। इसलिए अगली समीक्षा बैठक में सुधार दिखाई देना चाहिए।