गौरतलब है कि जोशीमठ में आई भू धसाव की प्राकृतिक परेशानी के बाद प्रदेश में बेहद चिंताजनक स्थिति बानी हुई है इसी कड़ी में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने सरकार से ठीक ढंग से इसकी जांच और सुरक्षा हेतु कार्य करने की माग भी की है और अब उन्होंने जोशीमठ भू धंसाव प्रभावित लोगों को धैर्य और मनोबल समर्थन देने के उद्श्य से अलग-अलग विशेषज्ञता वाले लोगों को आमंत्रित किया है और कहा कि ज्योतिषियों से लेकर धर्मशास्त्रियों तक के विचार लिए गए। ज्योतिर्मठ की रक्षा के लिए होने वाले अनुष्ठानों के बारे में सभी से अनुरोध किया है और खुद भी आज सोमवार को अनुष्ठान शुरू करने का एलान किया है।ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने इससे पहले जोशीमठ में आपदा प्रभावितों से मुलाकात की। उन्होंने पीड़ित परिवारों को सांत्वना देते हुए कहा कि एक साल से लगातार भू-धंसाव होने से घरों में दरारें आ रही हैं लेकिन सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया गया औअर ये स्थिति पैदा हुई है। इसको लेकर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। शंकराचार्य ने कहा कि प्रभावितों की जो भी समस्या है उसका समाधान जल;दी किया जाए।उन्होंने ये भी कहा है कि गंगा में अवैध खनन से हरिद्वार में भी आपदा का खतरा मंडरा रहा है।