राजस्थान सरकार के विश्वास मत प्रस्ताव के ध्वनिमत से पारित होने के बाद कांग्रेस की सरकार बच गई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और विधायक सचिन पायलट ने हाथ भी मिला लिया। अब कांग्रेस की योजना प्लान सचिन के आत्म सम्मान की रक्षा करके दोनों का दिल मिलाने की कोशिशों पर टिक गया है। इसमें अशोक गहलोत को काफी कुछ अखर रहा है, लेकिन उन्हें थोड़ा सिकुड़ना होगा।
सूत्र बताते हैं सचिन पायलट से अब सब कुछ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, महासचिव केसी वेणुगोपाल और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर छोड़ दिया है। इसी को केंद्र में रखकर तीन सदस्यों की समिति बनाई गई है।