राजस्थान में सियासी संकट जारी है। इसी बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का समर्थन करने वाले विधायक जो जयपुर के फेयरमोंट होटल में ठहरे हुए हैं वे योगासन करते हुए दिखाई दिए। वहीं दूसरी तरफ गहलोत कैबिनेट के मंत्री ने राजभवन घेरो वाले बयान पर मुख्यमंत्री की तरफ से सफाई देते हुए कहा कि यदि राजभवन पर एक भी पत्थर फेंका जाएगा तो गहलोत सबसे पहले उसका सामना करेंगे, कैबिनेट उसका सामना करेगी।
राजस्थान के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा, ‘राज्यपाल कलराज मिश्र भाजपा कार्यकर्ता नहीं हैं वे राजस्थान सरकार के मुखिया हैं। यह हमारा नैतिक और कानूनी अधिकार है कि हम अपनी समस्याओं को बताने के लिए मुखिया के घर जाएं, उनसे कानून की रक्षा करने और हमारे अधिकारों की मांग करने का अनुरोध करें।’
मुख्यमंत्री के बयान पर सफाई देते हुए मंत्री ने कहा, ‘मुख्यमंत्री ने कहा था कि लोग राजभवन आएंगे। इसका मतलब यह नहीं है कि लोग अंदर जाएंगे। यदि राज्यपाल पर एक भी पत्थर फेंका जाएगा तो सबसे पहले खुद गहलोत इसका सामने करेंगे, राजस्थान कैबिनेट इसका सामना करेगी, राजस्थान की पुलिस इसका सामना करेगी।’