फ्रांस से छह राफेल जंगी विमानों की पहली खेप 27 जुलाई तक भारत आने की उम्मीद है। सरकार के सूत्रों ने बताया कि 17 गोल्डन स्क्वॉड्रन के कमांडिंग ऑफिसर फ्रांसीसी पायलट के साथ पहला राफेल उड़ाकर लेकर आएंगे। फ्रांस से भारत की यात्रा के दौरान इस विमान के मध्य पूर्व पहुंचने पर हवा में ही दोबारा ईंधन भरा जाएगा। ये ईंधन फ्रांसीसी वायुसेना के टैंकर विमान भरेंगे।

इसके बाद मध्य पूर्व से भारत तक की उड़ान के दौरान बीच में भारतीय आईएल-78 के विमान राफेल में फिर ईंधन भरेंगे। सूत्रों ने बताया कि वैसे तो राफेल 10 घंटे लगातार उड़ान भरकर सीधे भारत आ सकते हैं, मगर पायलटों को बेहद तनाव झेलना पड़ सकता है।

इन विमानों की पहली स्क्वॉड्रन को अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात किया जाएगा, जिसे भारतीय वायुसेना का सबसे अहम रणनीतिक बेस माना जाता है। वहीं, दूसरा रणनीतिक बेस पश्चिम बंगाल के हाशिमारा में होगा। कोरोना महामारी के बावजूद वायुसेना कड़ी मेहनत से जमीनी ढांचे को तैयार कर रही है, ताकि विमानों को यहां से संचालित किया जा सके।