महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी सरकार में अनबन नजर आ रही है। इसे लेकर शिवसेना ने सामना में कांग्रेस पर हमला बोला है। सामना के संपादकीय में  कांग्रेस को खूब खरीखोटी सुनाई गई है। इसमें लिखा गया है, ‘खाट पर बैठे अशोक चव्हाण ने भी इंडियन एक्सप्रेस को साक्षात्कार दिया और उसी संयम से कुरकुराए, सरकार को कोई खतरा नहीं है। लेकिन सरकार में हमारी बात सुनी जाए। प्रशासन के अधिकारी नौकरशाही विवाद पैदा कर रहे हैं। हम मुख्यमंत्री से ही बात करेंगे।’

कांग्रेस क्या कहना चाहती है। राजनीति की यह पुरानी खटिया क्यों कुरकुर की आवाज कर रही है? हमारी बात सुनो का मतलब क्या है? थोराट और चव्हाण दिग्गज नेता हैं, जिन्हें सरकार चलाने का काफी अनुभव है। हालांकि उन्हें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि इस तरह का बड़ा अनुभव शरद पवार और उनकी पार्टी के लोगों को भी है। हालांकि कुरकुर या कोई आहट नहीं दिख रही।