लखनऊ : अयोध्या में श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की तय्यराइयों के बीच खबर आ रही है कि यूपी सरकार ने पर्यटन को विकसित करने के उद्देश्य से इस ओर एक बड़ा अहम फैसला लिया है। इसके लिए सरकार होटलों के प्रापर्टी टैक्स को कम करने वाली है। सरकार ने होटलों को उद्योग का दर्जा देते हुए इनपर  लगे हुए गृहकर में भरी कमी करने का फैसला लिया है।

मौजूदा समय में होटलों से आवासीय भवनों पर लगने वाले गृहकर से छह गुना अधिक गृहकर लिया जा रहा था।  सरकार के फैसले के बाद अब सिर्फ तीन गुना लेने की बात कही है। , इससे नगर विकास विभाग के प्रस्ताव को बीते दिन गुरूवार को कैबिनेट बाई सर्कुलेशन मंजूरी दे दी । आपको बतादें कि प्रदेश में होटलों पर गृहकर की दरें अलग-अलग तय हुई हैं। चार सितारा से कम की रेटिंग वाले होटलों से आवासीय का पांच गुणा गृहकर लिया जाता है। जिन होटलों में बार की सुविधा होती है, फिर चाहे वे किसी भी श्रेणी के हों, उनका टैक्स आवासीय भवनों का छह गुणा वसूला जाता आया है। 

अब बतादें कि प्रदेश में होटल व्यवसाय को बढ़ाने के लिए सरकार ने इन्हें राहत देने का फैसला लिया है अब यूपी निर्णय लिया है। पर्यटन नीति 2022 में होटलों को उद्योग का दर्जा मिला है।  गृहकर में छूट उन्हीं होटलों को मिलेगी, जो पर्यटन विभाग में पंजीकृत होंगे। अगर किसी होटल का पंजीकरण पर्यटन विभाग में नहीं होगा तो उन्हें छूट नहीं दी जाएगी। नई नीति में पुरानी की तुलना में ज्यादा रियायतें दी गई हैं।