नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राष्ट्रमंडल खेल 2022 में हिस्सा लेने वाले  भारतीय खिलाड़ियों से चर्चा की,जिसमें प्रधानमंत्री ने उन्हें खेलों के लिए बधाई दी और खिलाड़ियों को जमकर खेलने के लिए प्रोत्साहित किया।  पीएम मोदी ने चेस ओलंपियाड और राष्ट्रमंडल खेलों के एक ही समय में आयोजित होने पर कहा कि भारतीय खिलाड़ियों के पास यह दुनिया पर छा जाने का सुअवसर है। पीएम मोदी ने खिलाड़ियों से ये भी कहा कि समय की कमी के कारण हम आमने-सामने नहीं हो पाए हैं, लेकिन आप जब वहां से लौटेंगे तो हम जरूर रूबरू होंगें। इस वादे के साथ पीएम ये भी बोले कि ”मेरे लिए खुशी की बात है कि आप सब से मिलने का मौका मिला। आप में से बहुत से लोग विदेशों में तैयारी कर रहे हैं। मैं भी संसद सत्र में व्यस्त हूं। आज 20 जुलाई है। खेल की दुनिया के लिए यह महत्वपूर्ण दिवस है। आज ‘इंटरनेशनल चेस डे’ है। यह दिलचस्प है कि जिस दिन राष्ट्रमंडल खेल शुरू होंगे उसी दिन तमिलनाडु में चेस ओलंपियाड की शुरुआत होगी। भारत के खिलाड़ियों के पास दुनिया पर छा जाने का सुनहरा अवसर है।”

पीएम मोदी ने आगे कहा- आप जी भर के खेलिएगा, जमकर खेलिएगा, पूरी ताकत से खेलिएगा और बिना किसी प्रेशर के खेलिएगा। आपने एक कहावत सुनी होगी, ‘कोई नहीं है टक्कर में, कहां पड़े हो चक्कर में।’इस तरह से देश के पीएम मोदी ने सभी खिलाड़ियों का प्रोत्साहन और अधिक कर दिया है। 

सबसे पहले इस खिलाड़ी से हुई बातचीत-आज पीएम ने इस वर्चुअल मीट में सबसे पहले स्टीपलचेज में भाग लेने वाले अविनाश साब्ले से बात की। साब्ले आर्मी में रह चुके हैं। वह सियाचीन में ड्यूटी कर चुके हैं। पीएम मोदी ने उनकी तारीफ की और उनकी फिटनेस का राज़ पुछा। 

वेटलिफ्टर खिलाड़ी से पूछा ये सवाल-पीएम ने खेलों में भाग लेने जा रही वेटलिफ्टिंग में उतरने वाली अचिता शेउली से पूछा कि “शक्ति और शांति का मिश्रण कैसे करते हैं? इस पर शेउली ने कहा कि वह योग से ऐसा कर पाते हैं। पीएम ने उनसे पूछा कि आप ट्रेनिंग के दौरान फिल्म कैसे देखते हैं? इस पर अचिता ने कहा- समय निकालकर फिल्म देख लेता हूं।आगामी 28 जुलाई को आयोजित होंगें खेल- 
राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन बर्मिंघम में 28 जुलाई से 8 अगस्त तक होगा। भारत के कुल 215 एथलीट 19 खेलों के 141 स्पर्धाओं में भाग लेंगे। हर बार की तरह पीएम ने खेलों से पहले खिलाड़ियों का उत्साह और प्रोत्साहन बढ़ाया है वो हर बार ऐसा करते है।