फ़िरोज़ाबाद : कोरोना के साथ अब पूरे उत्तर प्रदेश में वायरल फीवर और डेंगू ने पैर पसार लिए हैं। जिसके चलते अभी तक करीब 100 लोगों ने अपनी जान गवाई है जिनमें बच्चो की संख्या अधिक बताई जा रही है। प्रदेश में डेंगू व वायरल बुखार का कहर बढ़ता जा रहा है। अब ये खतरा सिर्फ यूपी के फिरोजाबाद में नहीं बल्कि  मथुरा में 17, मैनपुरी में तीन, कासगंज में दो लोग डेंगू और वायरल का शिकार हो चुके हैं। वहीं गोंडा में प्रतिदिन तीन हजार से ज्यादा मरीज संदिग्ध बुखार से पीड़ित अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। बात करें कानपुर की तो में वायरल बुखार के कारण सात दिन में 10 लोगों की जान गई है। बीते दिन (बृहस्पतिवार) को 4 बच्चों की मौत हुई। और अन्य 14 लोगों को भी वायरल फीवर के चलते डीएम तोडना पड़ा है। इन सभी मौतों में फिरोजाबाद में 11, मैनपुरी दो और मथुरा में एक मरीज शामिल हैं। वहीं, फिरोजाबाद में मृतकों का आंकड़ा 75 पहुंच गया है। उधर डीएम चंद्रविजय सिंह ने लापरवाही बरतने पर पीएचसी सैलई के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. गिरीश श्रीवास्तव, प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. सौरभ प्रकाश और पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. रुचि यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए।इस कहर में बुखार के लक्षण आते ही मरीज़ की  प्लेटलेट्स गिरकर 30 हजार आने और सांस तंत्र फेल होने जैसे लक्षणों को डॉक्टर्स द्वारा देखा जा रहा है साथ ही स्वास्थ्य अधिकारी भी इसे अब विचित्र बुखार कह रहे हैं। स्क्रब टाइफस बीमारी है। शहर में इसकी जांच नहीं होती तो इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। दिल्ली में कराई गई जांचों में रोगियों में पता चला है।