पिछले एक हफ्ते से जिस अनामिका शुक्ला की चर्चा थी वह आखिरकार मीडिया के सामने आ ही गईं। अनामिका के नाम पर 25 स्कूलों में काम करने और एक करोड़ रुपए कमाने का आरोप था, जबकि वह तो असल में बेरोजगार निकली। अनामिका ने गोंडा बीएसए डॉ. इन्द्रजीत प्रजापति के सामने पेश होकर अपने डॉक्यूमेंट दिखाए। अनामिका ने कहा कि उन्होंने तीन साल पहले नौकरी के लिए आवेदन जरूर किया था मगर कहीं नौकरी ज्वाइन ही नहीं की थी।

जांच के पाया गया है कि अनामिका शुक्ला के नाम पर दूसरी ‘अनामिकाएं’ 25 नहीं बल्कि 9 स्कूलों में पढ़ा रही थी। अनामिका ने 2017 में विज्ञान शिक्षक पद पर सुलतानपुर, जौनपुर, बस्ती, मिर्जापुर व लखनऊ जिले के लिए आवेदन किया था। लेकिन इनमें वो जिले नहीं है जहां इन प्रमाणपत्रों पर फर्जी शिक्षिकाएं नौकरी कर रही हैं। फर्जी तरीके से शिक्षिकाएं बागपत, वाराणसी, कासगंज, अलीगढ़, अमेठी, रायबरेली, प्रयागराज, सहारनपुर और अम्बेडकर नगर में काम कर रही थीं।